हो कभी कस्में न तोड़ें उसे
जीते जी न छोड़ें जो हो यार अपना
ओ चाहे रोके दुनिया सारी उसपे
कर दें सब कुछ बारी
जो हो यार अपना
हो कभी कस्में न तोड़ें उसे
जीते जी न छोड़ें
जो हो यार अपना
यार जिसको भी कहते जुबां से
मोल उसका चुकाए दिल जान से
ओ यार जिसको भी कहते जुबां से
मोल उसका चुकाए दिल जान से
हो हाथ रहे चाहे टूटे बाहन
उसकी न छूटे जो हो यार अपना
ओ चाहे रोके दुनिया सारी उसपे
कर दें सब कुछ बारी
जो हो यार अपना
दुःख यार से मिले तो सुख जानिये
यार कइये जिसे उसे रब मानिये
दुःख यार से मिले तो सुख जानिये
यार कइये जिसे उसे रब मानिये
हो घाव कितने भी सहिये बुरा
उसको न कहिये जो हो यार अपना
हो कभी कस्में न तोड़ें उसे
जीते जी न छोड़ें
जो हो यार अपना
बैर पड़ जाएँ चाहे जहां से
हो यारो यार की
निभायें सदा शान से
बैर पड़ जाएँ चाहे जहां से
हो यारो यार की
निभायें सदा शान से
ओ जान रहे चाहे जाए आंच
उस पे न आये जो हो यार अपना
ओ कभी कस्में न तोड़ें
उसे जीते जी न छोड़ें
ओ चाहे रोके दुनिया सारी
उसपे कर दें सब कुछ बारी
ओ हाथ रहे चाहे टूटे
बाहन उसकी न छूटे
ओ घाव कितने भी सहिये
बुरा उसको न कहिये
ओ जान रहे चाहे जाए
आंच उस पे नआये
जो हो यार अपना (जो हो यार अपना)
ओ कभी कस्में न तोड़ें (ओ कभी कस्में न तोड़ें)
उसे जीते जी न छोड़ें (उसे जीते जी न छोड़ें)
जो हो यार अपना (जो हो यार अपना)
हो जो हो यार अपना (हो जो हो यार अपना)
हो जो हो यार अपना (हो जो हो यार अपना)