चाँद च्छूपा और तारे
डूबे रात गजब की आई
हुस्न चला है इश्क़ से
मिलने ज़ुल्म की बदली छाई
हो रात गजब की आई
चाँद च्छूपा और तारे
डूबे रात गजब की आई
हुस्न चला है इश्क़ से
मिलने ज़ुल्म की बदली छाई
हो रात गजब की आई
टूट पड़ी है आँधी गम की
टूट पड़ी है आँधी गम की
आज पवन है पागल
आज पवन है पागल
काप रही है धरती
सारी चीख रहे है बदल
हो चीख रहे है बदल
दुनिया के तूफान हज़ारो
हुस्न की इक तन्हाई
हुस्न चला है इश्क़ से
मिलने ज़ुल्म की बदली छाई
हो रत गजब की आई
मौत की नागन आन खड़ी है
रह मे पंख फैलाए
जंगल जंगल नाच रहे
है शैतानो के साए
ह ओशैतानो के साए
आज कूड़ा खामोश है
जैसे भूल गया हो खुदाई
हुस्न चला है इश्क़ से
मिलने ज़ुल्म की बदली छाई
हो रत गजब की आई
घोर अंधेरा मुश्किल रहे
कदम कदम पे धोखे
घोर अंधेरा मुश्किल रहे
कदम कदम पे धोखे
आज मोहब्बत रुक ना सकेगी
चाहे खुदा भी रोके
हो चाहे खुदा भी रोके
रहे वफ़ा पे पिच्चे हटना
प्यार की है रुसवाई
हुस्न चला है इश्क़ से
मिलने ज़ुल्म की बदली छाई
हो रत गजब की आई
पर नदी के यार का डेरा
हो पर नदी के यार का डेरा
आज मिलन है तेरा
आज मिलन है तेरा
ओढ़ ले तू लहरो की चुनरी
बाँध ले मौज का सेहरा
हो बाँध ले मौज का सेहरा
डॉली मे मझदार के
होगी आज तेरी विदाई
हुस्न चला है इश्क़ से
मिलने ज़ुल्म की बदली छाई
हो रत गजब की आई
डुबके इन उँची लहरो
मे नैया पर लगले
उलफत के तूफान मे ज़िंदा
रहे है मरने वेल
हो रहते है मरने वेल
जीते जी स्न्सार मे किसने
प्यार की मंज़िल पाई
हुस्न चला है इश्क़ से
मिलने ज़ुल्म की बदली छाई
हो रत गजब की आई
तेरे दिल के खून से
होगा लाल चनाब का पानी
दुनिया के तारीफ मे लिखी
जाएगी ये प्यरवाली
सोनी ओर महिवाल ने अपनी
इश्क़ मे जान गवई
इश्क़ मे जान गवई
हो हमारे प्यारे के
किससे सुनाए जाएँगे
ये गीत सारे ज़माने गये जाएँगे
हम ना होंगे फसाना होगा
हम ना होंगे फसाना होगा
आने वेल को आना होगा
जाने वेल को जाना होगा
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