Yeh Raat Yeh Chandni

आ आ आ हा आ हा हा हा
ये रात ये चांदनी फिर
कहा सुन जा दिल की दास्ताँ
ये रात ये चांदनी फिर
कहा सुन जा दिल की दास्ताँ

हं हं हं हं हं हं

हे पेड़ो की शाखों पे
पेड़ो की शाखों पे सोई सोई चाँदनी पेड़ो की शाखों पे
तेरे ख़यालों में खोई खोई चाँदनी
और थोड़ी देर में थक के लौट जाएगी
रात यह बहार की फिर कभी ना आएगी
दो एक पल और है यह समा सुन जा दिल की दास्तान

हं हं हं हं हं हं

हे लहरों के होंठो पे
लहरों के होंठो पे धीमा धीमा राग है लहरों के होंठो पे
भीगी हवाओं में ठंडी ठंडी आग है
इस हसीन आग में तू भी जल्के देखले
ज़िंदगी के गीत की धुन बदल के देखले
खुलने दे अब धड़कनो की ज़ुबान सुन जा दिल की दास्तान

हे जाती बहारे हैं
जाती बहारे हैं उठती जवाणियाँ जाती बहारे हैं
तारों के चाओं में पहले कहानियाँ
एक बार चल दिए गर तुझे पुकारके
लौटकर ना आएँगे क़ाफ़िलें बहार के
एक बार चल दिए गर तुझे पुकारके
लौटकर ना आएँगे क़ाफ़िलें बहार के
आजा अभी ज़िंदगी है जवान सुन जा दिल की दास्तान
ये रात ये चांदनी फिर
कहा सुन जा दिल की दास्ताँ दास्ताँ दास्ताँ
Log in or signup to leave a comment

NEXT ARTICLE