ओ मेरे बैरागी भंवरा मुझे तडपाओ ना
कली के छोटे से दिल को ठेस लगाओ ना
ओ मेरे बैरागी भंवरा मुझे तडपाओ ना
कली के छोटे से दिल को ठेस लगाओ ना
आओ ना
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
आयी पूरब से हवा मौसम रंग भरा चमकि बिजुरिया
आयी पूरब से हवा मौसम रंग भरा चमकि बिजुरिया
मैं हूँ सावन की घटा प्यार के पर्बत तुम सावरिया
मैं बरस जाऊं मैं बरस जाऊं तुम अपनी प्यास बुझाओ ना
ओ मेरे बैरागी भंवरा मुझे तडपाओ ना
तुम्हरे प्यार बिना रूप मेरा बदनाम रहेगा
तुम्हरे प्यार बिना रूप मेरा बदनाम रहेगा
कितने रोज़ भला और कली मेरा नाम रहेगा
फूल बन जाऊं मैं
फूल बन जाऊं मैं खिल के गले से लगाओ ना
ओ मेरे बैरागी भंवरा मुझे तडपाओ ना आओ ना
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
सपना बन के मिले और बिछड चले बन के साया
सपना बन के मिले और बिछड चले बन के साया
ऐसा करना था तो शबनम को क्यों शोला बनाया
आग लगाई आग लगाई है तो फिर ये आग बुझाओ ना
ओ मेरे बैरागी भंवरा मुझे तडपाओ ना
काली के छोटे से दिल को ठेस लगाओ ना आओ ना
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