Mohe Bhool Gaye Sanwariya

जो मैं ऐसा जानती
के प्रीत किये दुख होय
हो, नगर ढिंढोरा पीटती
के प्रीत न करियो कोय

मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया
मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया
आवन कह गये, अजहुं न आये
आवन कह गये, अजहुं न आये
लीनी न मोरी खबरिया
मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया

दिल को दिए क्यू दुख बिरहा के
तोड़ दिया क्यों महल बना के
दिल को दिए क्यों दुख बिरहा के
तोड़ दिया क्यों महल बना के
आस दिला के ओ बेदर्दी
आस दिला के ओ बेदर्दी
फेर ली काहे नजरिया
मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया

नैन कहे रो-रो के सजना
देख चुके हम प्यार का सपना
नैन कहे रो-रो के सजना
देख चुके हम प्यार का सपना
प्रीत है झूटी, प्रीतम झूटा
प्रीत है झूटी, प्रीतम झूटा
झूटी है सारी नगरिया
मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया
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