मैं डूब डूब जाता हूँ
शरबती तेरी आँखों की
हह झील सी गहराई में
शरबती तेरी आँखों की
झील सी गहराई में
मैं डूब डूब जाता हूँ
फूलो को तूने रंगत दे दी
सूरज को उजाला उजाला
सूरज को उजाला जुल्फों से
तूने पानी झटका
तारो की बन गयी माला
देखो तारो की बन गयी माला
होंठ है तेरे
दो पैमाने
होंठ तेरे
दो पैमाने
पैमानों की मस्ती में
डूब डूब जाता हूँ
शरबती तेरी आँखों की
हह झील सी गहराई में
शरबती तेरी आँखों की
झील सी गहराई में
मैं डूब डूब जाता हूँ
भूले से तू जो बाग़ में जाए
पत्ता पत्ता डोले रे डोले
पत्ता पत्ता डोले
तिरछी नज़रे जिधर भी
फेके भड़के सौ शोले रे
शोले भड़के सौ सौ शोले
गाल है तेरे हा हा
दो अँगरे हुं हु
गाल है तेरे दो अँगारे
अंगारे की गर्मी में डूब डूब जाता हूँ
शरबती तेरी आँखों की
झील सी गहराई में
शरबती तेरी आँखों की
झील सी गहराई में
मैं डूब डूब
डूब डूब
जाता हु
Log in or signup to leave a comment
Login
Signup