Ek Phool Mein

एक फूल मे च्छूपी
बहार हो तुम
एक फूल मे च्छूपी
बहार हो तुम
ओ हो बूँद मे बसी
बरसात हो तुम
आहा बूँद मे बसी
बरसात हो तुम
हर घड़ी ज़िंदगी का
एक नया रंग हो तुम
हर गाड़ी ज़िंदगी का
एक नया रंग हो तुम
एक फूल मे च्छूपी
बहार हो तुम

निगाहों ने नही देखा था
वो सपना हो तुम
वो सपना हो तुम
मैं हैरान हू जिसे पढ़कर
वो दासता हो तुम
मेरे हमराज़ भी हो तुम
राज-ए-खुदा भी हो तुम
एक फूल मे च्छूपी
बहार हो तुम
आहा बूँद मे बसी
बरसात हो तुम
हर घड़ी ज़िंदगी का
एक नया रंग हो तुम
एक फूल मे च्छूपी (आ)
बहार हो तुम (आ आ)

आ आ हम्म
समाता है ये सावन जिसमे
वो बादल हो तुम
वो बादल हो तुम
गुलिस्ता ये खिला जिससे
वो बागवान हो तुम
मेरा जीवन भी हो तुम
और ना खुदा भी हो तुम

एक फूल मे च्छूपी (आ)
बहार हो तुम (आ आ)
आहा बूँद मे बसी
बरसात हो तुम

हर घड़ी ज़िंदगी का
एक नया रंग हो तुम
हर घड़ी ज़िंदगी का
एक नया रंग हो तुम
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