Zindagi Ke Khel Mein

ज़िन्दगी के खेल में कौन यह जाने के होना हैं क्या
ज़िन्दगी के खेल में कौन यह जाने के होना हैं क्या

जो भी होना हैं वह तोह होगा ना सोच तू क्या होगा
ज़िन्दगी के खेल में कौन यह जाने के होना हैं क्या

कहा से चले कहा आए हम
कहा से चले कहा आए हम

हमें ले चले कहा यह कदम
आने वाला हैं जो लम्हा क्या दिखायेगा
हो अगला मौसम जाने कैसे गुल खिलाएगा
बदली जो रुत यहाँ तोह जाने कैसी चलेगी हवा
जो भी होना हैं वह तोह होगा ना सोच तू क्या होगा
ज़िन्दगी के खेल में कौन यह जाने के होना हैं क्या

जिसे खेल हम समझते रहे
जिसे खेल हम समझते रहे

पता यह चला के वह प्यार हैं
कल जो अपना रास्ता था अब वह मंज़िल हैं
ओ कल की सारी दुनियादारी आज बसमे हैं
देखो हम दोनों से होना हैं सारा जमाना खफा
जो भी होना हैं वह तोह होगा ना सोच तू क्या होगा
ज़िन्दगी के खेल में कौन यह जाने के होना है क्या
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