Mann Kare Yaad Woh Din

मन करे मन करे याद वो दिन
तेरे संग बीते थे जो पल रंगीन
तेरे संग देखे
थे जो सपने हसीं
मन करे याद वो दिन
तेरे संग बीते थे जो पल रंगीन
तेरे संग देखे
थे जो सपने हसीं
मन करे याद वो दिन
मन करे याद वो दिन

कभी छाँव में हम चले
जले धुप में भी
हम तुम साथ में
कभी साथ साथ
भीगी बरसात में
हो कभी छाँव में हम चले
जले धुप में भी
हम तुम साथ में
कभी साथ साथ
भीगी बरसात में
कभी तो पता न चला
दिन जाने कैसे ढला
कभी कभी काटी रात तारे गिन गिन
मन करे याद वो दिन
मन करे याद वो दिन

बहारों कि डोली लिए कितना भी चाहे ये मौसम सजे
तेरे बिन बसंत भीये पतझड़ लगे
हो बहारों कि डोली लिए कितना भी चाहे ये मौसम सजे
तेरे बिन बसंत भीये पतझड़ लगे
सिंदूरी ये माँग भरे
पाँवों में महावर मले
दुल्हन जैसी सांझ भी ये, दसे तेरे बिन
मन करे याद वो दिन
तेरे संग बीते थे जो पल रंगीन
तेरे संग देखे
थे जो सपने हसीं
मन करे याद वो दिन
मन करे याद वो दिन
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