Kehti Hai Yeh Hawa

वे चन्ना वे, यादा तेरी आवे सीने नाल लागे
जिंदगी गुज़ार चड़नी वे यादा तेरेया
मैं सीने नाल लग (दूरिया दूरिया दूरिया)
दूरिया दूरिया दूरिया दूरिया

कहती है यह हवा, कहती है यह फ़िज़ा
कल कोई था यही लेकिन अब वो नही
वो कही और है, दर्द का दौर है
कितना गहरा है ग़म, कैसा है यह सितम
कहती है यह हवा, कहती है यह फ़िज़ा
कितने ही ग़म सहो उतने ही चुप रहो

कुछ ना कहो कुछ ना कहो
कुछ ना कहो कुछ ना कहो

आरजू सो गयी, हर खुशी खो गयी
सूने है रास्ते, अब मेरे वास्ते
सिर्फ़ एक याद है, एक फरियाद है
सिर्फ़ तन्हाईया, सिर्फ़ परच्छाइया
आसुओं की नदी दिल मे है बह रही
कहती है जिंदगी तुम भी इश्स मे बहो

कुछ ना कहो कुछ ना कहो
कुछ ना कहो कुछ ना कहो

आ आ आ आ
आ आ आ आ
Log in or signup to leave a comment

NEXT ARTICLE