कैसी तूने रीत रचि भगवन
कैसी तूने रीत रचि भगवन
पाप करे पपी भरे पुण्यवान
अजब तेरी दुनिया गज़ब इंसान
कैसी तूने रीत रचि भगवन
पाप करे पपी भरे पुण्यवान
अजब तेरी दुनिया गज़ब इंसान
दोष तो है ये अँधियारे का
हाथ न सूझे हाथो को
दोष तो है ये अँधियारे का
हाथ न सूझे हाथो को
दिल तो बेचारा निर्दोष है
रोज़ है जलता रातो को
सच रोये और झूठ हसे
मैं न समझू इन बातों के रे
कैसी तूने रीत रचि भगवन
कैसी तूने रीत रचि भगवन
पाप करे पपी भरे पुण्यवान
अजब तेरी दुनिया गज़ब इंसान
दोष तो है कपति रावण का
पुण्य को जो चल कर जीता
दोष तो है कपति रावण का
पुण्य को जो चल कर जीता
हर समगर इस धरती में
राम की मंचाई सीता
उत्तर दे भगवन तुझे तुम
चुप हो दे कई युग बीत रे
कैसी तूने रीत रचि भगवन
कैसी तूने रीत रचि भगवन
पाप करे पपी भरे पुण्यवान
अजब तेरी दुनिया गज़ब इंसान
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