अमिय हलाहल मदभरे
श्वेत श्याम रतनार
जियत मरत झुकी झुकी परत
जेहि चितवत एक बार
झननं झन झननं जहां झननं बाजे पायलिया
झननं झन झननं जहां झननं बाजे पायलिया
पिया से मिलन चली आज कामिनिया
झननं झन झननं जहां झननं बाजे पायलिया
झननं जहां झननं जहां
आ आ आ आ आ आ आ
रात अँधेरी डर लागे रसिया
रात अँधेरी डर लागे रसिया
पास कैसे आउ तोरे मनबसिया
पपीहा बोले
पपीहा बोले अमृत घोले
जियरा डोले हौले हौले हौले
झननं झन झननं जहां झननं बाजे पायलिया
झननं झन झननं जहां झननं बाजे
साज सिंगार कोई नार नवेली
आ आ आ आ आ
साज सिंगार कोई नार नवेली
निडर डगर में चली है अकेली
ऋतु बसंत आइ अलबेली
डार डार बोले कारी कोयलिया
झननं झन झननं जहां झननं बाजे पायलिया
झननं झन झननं जहाँ झननं
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
प्यार जगा है देखो कण कण में
प्यार जगा है देखो कण कण में
रास रसा है मन मधुबन में
बजे मंजिरी
बजे मंजीरी जमुना तीरे मैं तो चली रे धिरे धिरे धिरे
झननं झन झननं जहां झननं बाजे पायलिया
झननं झन झननं जहां झननं बाजे (झननं झन झननं जहां झननं बाजे)
बाजे पायलिया
झननं झन झननं झननं बाजे पायलिया
झननं झन झननं बाजे पायलिया
झननं झन बा झननं झन बा झननं झन बा
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
झनन झनन झनन झन बाजे
झनन झनन झनन झन बाजे
झनन झनन झनन झन बाजे
आ आ आ आ आ
बाजे बाजे बाजे बाजे
आ आ आ आ आ
झनन झनन झनन झन बाजे(झनन झनन झनन झन बाजे)
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