जाना था हम से दूर
बहाने बना लिए
अब तुम ने कितनी दूर
ठिकाने बना लिए
जाना था हमसे दूर
रुख्सत के वक़्त तुमने
जो आंसू हमें दिए
उन आंसुओं से हमने
फ़साने बना लिए
अब तुम ने कितनी दूर
ठिकाने बना लिए
जाना था हमसे दूर
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
दिल को मिले जो दाग
जिगर को मिले जो दर्द
उन दौलतों से हमने
ख़ज़ाने बना लिए
अब तुम ने कितनी दूर
ठिकाने बना लिए
जाना था हमसे दूर
बहाने बना लिए
अब तुमने कितनी दूर
ठिकाने बना लिए
जाना था हमसे दूर
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