जय हे जय हो
जय हे बोले
मन में प्रण ले
रण में तन दे
जज़्बे की धुप में जला सुकून
अंगारे सांस ले खौलेगा जूनून
जीतेंगे हर बाज़ी
छू लेंगे अंबर भी
जन गण मन गा
शन शन मन मां
मेरी याद तन में
हर बात रण का
जन गण मन गा
शन शन मन मां
मेरी याद तन में
हर बात रण का
जन गण मन गा
शन शन मन मां
मेरी याद तन में
हर बात रण का
जन गण मन गा
शन शन मन मां
मेरी याद तन में
हर बात रण का
बन्न के लोहा वो जो भट्टी में सीके
जित क्र मंज़िल उस कदमो प आ रुके
ढूंढे की ठान ले मिल जायेगा रास्ता
तू जो हिम्मत दिखायेगाजुक्क जायेगा रास्ता
जन गण मन गा
शन शन मन मां
मेरी याद तन में
हर बात रण का
जीतेंगे हर बाज़ी छू लेंगे अंबर भी
जन गण मन गा
शन शन मन मां
मेरी याद तन में
हर बात रण का
जन गण मन गा
शन शन मन मां
मेरी याद तन में
हर बात रण का
जन गण मन गा
शन शन मन मां
मेरी याद तन में
हर बात रण का
जन गण मन गा
शन शन मन मां
मेरी याद तन में
हर बात रण का
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