अजी सुनो सरदारा की हाल है
वडिया वाडिया
इन हाथों से सबकी गाडी
चल रही है वाह वाह
इन हाथों से सबकी गाडी
चल रही है वाह वाह
हाथ ला उस्ताद क्यूँ
कैसी कही है वाह वाह
हाथ ला उस्ताद क्यूँ
कैसी कही है वाह वाह
इन हाथों से सबकी गाडी
चल रही है वाह वाह
वाह अरे वाह अरे
वाह वाह वाह वाह
इक दिन की है बात राह में
हम जाते थे ह्म्मम्म्म्म
गाडी बिगड़ी है लोग ये
चिल्लाते थे ह्म्मम्म्म्म
इक दिन की है बात राह
में हम जाते थे
गाडी बिगड़ी है लोग
ये चिल्लाते थे
जा कर देखा यार
रोता था दिलीप कुमार
अरे कमबख्त गाडी को भी
यहीं puncture होना था हम्म्म हा हा हा
हम पहुंचे तो सारी
आफत टल गयी वाह वाह
इन हाथों से सबकी गाडी
चल रही है वाह वाह
वाह अरे वाह अरे
वाह वाह वाह वाह
हा हा हा
पों पों matar car जिस
घडी छन छन छनके
बोले अपने हाथ राह
में horn बन के
पों पों motar car जिस
घडी छन छन छनके
बोले अपने हाथ राह
में horn बन के
प्यारे हट जाना
निचे न कट जाना
प्यारे हट जाना
प्यारे हट जाना
निचे न कट जाना
कितनों की गिरती पगड़ी
संभल गयी वाह वाह
इन हाथों से सबकी गाडी
चल रही है वाह वाह
हाथ ला उस्ताद क्यूँ
कैसी कही है वाह वाह
इन हाथों से सबकी गाडी
चल रही है वाह वाह
अरे वाह अरे वाह
अरे वाह अरे वाह
वाह वाह वाह वाह
ये रुक जाते तो सारे धंधे
रुक जाते हाय हाय हाय हाय
घर से दफ्तर तक
सेठ कैसे जा पाते
ये रुक जाते तो सारे
धन्धे रुक जाते
घर से दफ्तर तक
सेठ कैसे जा पाते
सारा कारोबार हो
जाता बंटाढार
अरे मारो सरो कारोबार
हो गयो रे बंटाढार हुन
यू समझो इनसे ये दुनिया
चल गायि वाह वाह
इन हाथों से सबकी गाडी
चल रही है वाह वाह
इन हाथों से सबकी गाडी
चल रही है वाह वाह
अरे हाथ ला उस्ताद क्यूँ
कैसी कही है वाह वाह
इन हाथों से सबकी गाडी
चल रही है वाह वाह
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