Hum Safar Gham Jo Mohabbat

चस्में पूर्णाम खरीद सकता हूँ
ज़ूलफें बार्हम खरीद सकता हूँ
तू अगर अपना बना ले मुझको
तेरा हर ग़म खरीद सकता हूँ

हम सफ़र ग़म जो
मोहब्बत में दिया हैं तुमने
हम सफ़र ग़म जो
मोहब्बत में दिया हैं तुमने
ये भी मुझ पर बड़ा
एहसान किया हैं तुमने
हम सफ़र ग़म जो
मोहब्बत में दिया हैं तुमने

एक मुद्दत से इसी दिन की थी
हसरत दिल में
एक मुद्दत से इसी दिन की थी
हसरत दिल में
आज में खुश हूँ
के दीवाना कहाँ हैं तुमने
ये भी मुझ पर बड़ा
एहसान किया हैं तुमने
हम सफ़र ग़म जो
मोहब्बत में दिया हैं तुमने

जब भी टकराई मेरे जिस्म से
ये शोख हवा
जब भी टकराई मेरे जिस्म से
ये शोख हवा
मुझको महसूस हुआ ये के
छुआ हैं तुमने
ये भी मुझ पर बड़ा
एहसान किया हैं तुमने
हम सफ़र ग़म जो
मोहब्बत में दिया हैं तुमने

क्या मेरे दिल के धड़कने की ही
आवाज़ हैं ये
क्या मेरे दिल के धड़कने की ही
आवाज़ हैं ये
याके फिर कान में
कुच्छ आके कहाँ हैं तुमने
ये भी मुझ पर बड़ा
एहसान किया हैं तुमने
हम सफ़र ग़म जो
मोहब्बत में दिया हैं तुमने

हिचकिया भी कभी कम्बख़्त नही आती हैं
हिचकिया भी कभी कम्बख़्त नही आती हैं
जो यूँ सोचु के मुझे याद
किया हैं तुमने
ये भी मुझ पर बड़ा
एहसान किया हैं तुमने
हम सफ़र ग़म जो
मोहब्बत में दिया हैं तुमने
ये भी मुझ पर बड़ा
एहसान किया हैं तुमने
हम सफ़र ग़म जो
मोहब्बत में दिया हैं तुमने
Log in or signup to leave a comment