दिल का दिया जला के गा, ये कौन मेरी तनहाई में
सोये नगमे जाग उठे, होंठो की शहनाई में
दिल का दिया जला के गया, ये कौन मेरी तनहाई में
प्यार अरमानो का दर ख़टकाए
ख्वाब जागे आँखों से मिलने को आये
प्यार अरमानो का दर ख़टकाए
ख्वाब जागे आँखों से मिलने को आये
कितने साये ढोल पड़े, सुनी से अंगनाई में
दिल का दिया जला के गया, ये कौन मेरी तनहाई में
एक ही नजर में निखर गयी में तो
आइना जो देखा सवर वी में तो
एक ही नजर में निखर गयी में तो
आइना जो देखा सवर ग॒वी में तो
तन पे उजाला फैल गया पहली ही अंगडाई में
दिल का दिया जला के गया, ये कौन मेरी तनहाई में
आँख पे लो का में खोल रही ह
बोल वही जैसे के बोल रही ह
आँख पे लबो का में खोल रही ह
बोल वही जैसे के बोल रही ह
बोल जो डूबे से है कही, इस दिल की गहराई में
दिल का दिया जला के गया, ये कौन मेरी तनहाई में
दिल का दिया
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