भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
मन की अगन को तू बुझा भीगी भीगी जो सावन मे है
ऐसी अगन तन मन मे है मन की अगन को तू बुझा
भीगी भीगी जो सावन मे है हा
मर मरी हसीन बाहे पुकारे तुझे
कर रही है ये निगाहे इशारे तुझे
हे हा मर मरी हसीन बाहे पुकारे तुझे
कर रही है ये निगाहे इशारे तुझे
शब है बड़ी तूफ़ानी रुत भी हसी मस्तानी
हा हा हा भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
मन की अगन को तू बुझा भीगी भीगी जो सावन मे है
देख रात भर के हम है मेहमान यहा
कल ना जाने हम कहा तू है कहा
ओ देख रात भर के हम है मेहमान यहा
कल ना जाने हम कहा तू है कहा
ये जो है पल खोना ना खोके इसे रोना ना
आ आ आ भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
भीगी बगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
मन की अगन को तू बुझा
भीगी भीगी जो सावन मे है ऐसी अगन तन मन मे है
मन की अगन को तू बुझा भीगी भीगी जो सावन मे है हा
Log in or signup to leave a comment
Login
Signup