Aaya Toofan

आया तूफान
आया तूफान
बेकदर
बेवफा
है आज समा
कैसे कोई जिए
कैसे कोई जिए
ज़हर है ज़िन्दगी
उठा तूफान वो
उठा तूफान वो
के सब बुझ गए दिए
कैसे कोई जिए
बादल है या धुवा आग लगी कहा
जलता न हो कही मेरा ही आशिया
अँगारे थे आंसू नहीं वो
कैसे कोई जिए
कैसे कोई जिए
ज़हर है ज़िन्दगी
उठा तूफान वो
उठा तूफान आस के संग
कैसे कोई जिए
तारे न जाने उँचाई गगन की
आँखे न समझे
गहरायी मन की
गहरायी मन की
तारे न जाने
प्यासे पपीहे ने आस थी बाँधी
प्यासे पपीहे ने आस थी बाँधी
उड़ गए बादल आ गयी आंधी
गम ने जो छेडा
दिल ने हसी से
होंठ सी लिए
कैसे कोई जिए
ज़हर है ज़िन्दगी
उठा तूफान वो
उठा तूफान
Log in or signup to leave a comment

NEXT ARTICLE