आई पहली मिलन की वो रात
साजन से न शर्मना
आई पहली मिलन की वो रात
साजन से न शर्मना
क्या क्या हुई रे पिया के संग बात
क्या क्या हुई रे पिया के संग बात
सवेरे हमे बतलाना
आई पहली मिलन की वो रात
साजन से न शर्मना
हो ो कितने सावन प्यासे तरसे
तभी सुहागन रात आती है
आती है तो प्यार से मन का
कोरा आँचल भर जाती है
कोरा आँचल भर जाती है
प्यासे मन पे हुयी क्या बरसात
सवेरे हमे बतलाना
आई पहली मिलन की वो रात
साजन से न शर्मना
तन से तन का मिलन नहीं ये
तन से तन का मिलन नहीं ये
ये है दो सांसो का संगम
अपने ही आप को बस में रखना
दिल की धड़कन जाये न थाम
कैसी होती है
कैसी होती है पहली मुलाकात
आई पहली मिलन की वो रात
साजन से न शर्मना
खुसकिस्मत वो दुल्हन जिसके
जीवन में ऐसा पल आये
खुसकिस्मत वो दुल्हन जिसके
जीवन में ऐसा पल आये
आयी रात पिया मिलन की
प्यास अधूरी ही रह जाये
कैसे रैना बितायी पी के साथ
सवेरे हमे बतलाना
आई पहली मिलन की वो रात
साजन से न शर्मना
क्या क्या हुई रे पिया के संग बात
क्या क्या हुई रे पिया के संग बात
सवेरे हमे बतलाना
आई पहली मिलन की वो रात
साजन से न शर्मना
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