उस बज़्म में मुझे नहीं बनती हया किए
बैठा रहा अगरचे इशारे हुआ किए
बैठा रहा अगरचे इशारे हुआ किए
किस रोज़ तोहमतें न तराशा किए अदू
किस रोज़ तोहमतें न तराशा किए अदू
किस दिन हमारे सर पे न आरे चला किए
किस दिन हमारे सर पे न आरे चला किए
ज़िद की है और बात मगर ख़ू बुरी नहीं
भूले से उस ने सैकड़ों वादे वफ़ा किए
भूले से उस ने सैकड़ों वादे वफ़ा किए
ग़ालिब तुम्हीं कहो कि मिलेगा जवाब क्या
ग़ालिब तुम्हीं कहो कि मिलेगा जवाब क्या
माना कि तुम कहा किए और वो सुना किए
माना कि तुम कहा किए और वो सुना किए
उस बज़्म में मुझे नहीं बनती हया किए
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