कुद्रत के दामन
मे जीतने रंग है
उनसे सजे सवरे
ये तेरे अंग है
कुद्रत की नही तेरे
हाथो की तस्वीर हू
तेरी तक़दीर से जुड़ी
हुई तक़दीर हू
तू हासे तो लगे जैसे
कोई जारना बहता है
तू हासे तो लगे जैसे
कोई जारना बहता है
जानम जानम
फुलो का मौसम
जानम जानम
फुलो का मौसम
चेहरे पे तेरे रहता है
तू हासे तो लगे जैसे
कोई जारना बहता है
जो नही मई वही मुजको
तू प्यार से कहता है
चाँद ने तेरे रुख़
से चमक चुरा ली
घटा कहा तेरे
ज़ुल्फो जितनी काली है
ये तेरी आँखे
रंगो का खजाना
इनका हर एक रंग सुहाना
ये जूक तो हया बन जाए
ये उठे तो अदा बन गये
ये उठे तो ग़ज़ा बन जाए
उमर बार का नशा बन जाए
तू चले तो दिल मेरा
तुझे हिरानी कहता है
जो नही मई वही मुजको
तू प्यार से कहता है
ये वादिया ये घाटिया
बदलो का आना जाना
ये मौसम आशिक़ाना
ओ दिल ये कहे मेरे यार
यहा से कही नही जाना
तू सूरज है मई डरती हू
बस तेरे ही तेरे ताँगति हू
ये मुझको भी मालूम नही
मई कब से तुझपे मारती हू
है पुरानी ये मोहब्बत हमारी
कभी पहले का है ये नाता
इतनी सी देर मे वरना
इतना करीब नही आता
सदियो से मेरे दिल
मे तू च्छूप के रहता है
सदियो से मेरे दिल
मे तू च्छूप के रहता है
हो के रहेगा मैं हमारा
हो के रहेगा मिलन हमारा
आज का मिलना कहता है