Singh है, singh है
जंगल ये तेरा
है छुपा बवंडर
तेरे ही मॅन के अंदर
तू तो है एक.. सिकंदर
माना की हार को चक्खा है
खोने को अब ना कुछ रखा है
तैयारी दिल से कर ले तगड़ी
आ कस्स ले आज अपनी पगड़ी
झुंड में वो आए
जे तू कल्ला पड़ जाए
वो तो ढेर है तू शेर है ख़ूँख़ार
जुरतें सारी आज है करनी
उनके घर में ही उनको ललकार
अब के लड़ ले जाम के लड़ाई रे सरदार
अब के लड़ ले जाम के लड़ाई रे सरदार
अब के लड़ ले जाम के लड़ाई रे सरदार
अब के लड़ ले जाम के लड़ाई रे सरदार
बाज़ू में तेरी है पुरे वतन की ताक़त
हो ओ ओ.. हो ओ ओ
हो ज़ख़्मी सा दिल ये है करने चला बगावत
हो ओ ओ.. हो ओ ओ
घुटनो के बल है उनको झुकना
आजा मॅन की राह में
जुरतें सारी आज है करनी
उनके घर में ही उनको ललकार
अब के लड़ ले जम के लड़ाई रे सरदार
अब के लड़ ले जम के लड़ाई रे सरदार
अब के लड़ ले जम के लड़ाई रे सरदार
अब के लड़ ले जम के लड़ाई रे सरदार