मेरी मजबुरियों पे
जहाँ चुप रहा
यह ज़मीन चुप रही
आसमान चुप रहा
मेरी मजबुरियों पे
जहाँ चुप रहा
यह ज़मीन चुप रही
आसमान चुप रहा
वक़्त पर काम
आयी न अपनी ज़ुबान
कौन कहता मेरे
दर्द की दास्ताँ
वक़्त पर काम
आयी न अपनी ज़ुबान
कौन कहता मेरे
दर्द की दास्ताँ
हम-सफर चुप रहे
कारवां चुप रहा
यह ज़मीन चुप रही
आसमान चुप रहा
मेरी मजबुरियों पे
जहाँ चुप रहा
यह ज़मीन चुप रही
आसमान चुप रहा
जब मुहब्बत की
दुनिया मिटाई गई
आसमान तक भी
मेरी दुहाई गई
ओ मेरा मालिक मेरा
राज़दान चुप रहा
यह ज़मीन चुप रही
आसमान चुप रहा
मेरी मजबुरियों पे
जहाँ चुप रहा
यह ज़मीन चुप रही
आसमान चुप रहा
Log in or signup to leave a comment
Login
Signup