घाट घाट को पीकर पाणी
ओड़ींटाळो आ ही जाणी,
धन दौलत सब मोहमाया है
रोटी तो 2 ही है खाणी..
घाट घाट को पीकर पाणी
ओड़ींटाळो आ ही जाणी,
धन दौलत सब मोहमाया है
रोटी तो 2 ही है खाणी..
खाली हाथां गया सिकंदर
दुनिया की आ रीत पुराणी,
दौड़भाग को नहीं निवेड़ो
तू बळद, आ दुनिया घाणी
तू बळद, आ दुनिया घाणी
ना लालच कर पंसेरी को
कट ज्यागी थारी पाव म
क्यूं हो रयो लापालोप
कोठी हवामहल सी गांव म
खातो धक्का फिरे दिशावर
घरां उडीके थारा टाबर
परदेशां ना कदर मिनख री
ठोड़ ठाइंचे बाजे ठाकर
खातो धक्का फिरे दिशावर
घरां उडीके थारा टाबर
परदेशां ना कदर मिनख री
ठोड़ ठाइंचे बाजे ठाकर
भाग्यां जा मोट्यार मोकळो
रेसी तू चाकर को चाकर
लाख बात की एक बात आ
घर की आधी एक बराबर
घर की आधी एक बराबर
ना ओड़ींट कम अमरीका स
काईं पड़्यो नांव म..
क्यूं हो रयो लापालोप
कोठी हवामहल सी गांव म
मतलबियां स भरयो शहर
करे गांव की होड कठैसी
थारे फ्लैट न नाप क देखी
हुवै भैंस को छपरो बेसी
मतलबियां स भरयो शहर
करे गांव की होड कठैसी
जत्तो थारो फ्लैट समूचो
हुवै भैंस को छपरो बेसी
बैठ गुवाड़ म करे हताई
चाले चिलम सागे हुक्को देशी
पूरब की पुरवाई सामै
फैल है थारा कूलर एसी
फैल है थारा कूलर एसी
मत चिंता कर तू पेंशन की
ना गोळयां खा तू टेंशन की
पीकर सोज्या राबड़ी
खेजड़ली की छांव म..
क्यूं हो रयो लापालोप
कोठी हवामहल सी गांव म
अजगर करे ना चाकरी
पंछी करे ना काम
दास मलूका कह गये
सब के दाता राम..