कमाई कमाई कमाई तो बहुत फिर भी
कड़की हरदम रहती है
कमाई तो बहुत फिर भी
कड़की हरदम रहती है
कुछ मेहंगाई ले जाती
कुछ बीवी उड़ाती है
बीवी उड़ाती है
हो हो हो हो
हो बुजर्गो का ये कहना है
घर तो मर्द लुटते है
बुजर्गो का ये कहना है
घर तो मर्द लुटते है
हो लाख मुसीबत
हो औरत घर को बनाती है
औरत घर को बनाती है
कमाई तो बहुत फिर भी
कड़की हरदम रहती है
है उनकी साड़ियाँ दस बीस
हमारे कपडे ले दे चार है
हा हा है उनकी साड़ियाँ दस बीस
हमारे कपडे ले दे चार है
है उनकी रोज दीवाली
दिवाला निकला हमरा यार
सोने के हाथ में कंगन
हिरे की कान में बाली
छनके पैर में पायल
आहे रे पायल ओ पायल
आहे रे पायल
छनके पैर में पायल
पति का बटवा है खली
लगाकर शेंट
लगाकर शेंट मेहंगा ये
नखरे सो सो दिखती है
हो कुछ महंगाई ले जाती
कुछ बीवी उड़ाती है
कुछ बीवी उड़ाती है
बुजर्गो का ये कहना है
घर तो मर्द लुटते है
बसे चलती है लेकिन
वो टैक्सी में जाते है
बसे हाय हाय हाय
बसे चलती है लेकिन
वो टैक्सी में जाते है
चले जब काम बीडी से
सदा सिगरेट वो पीते है
लगाकर आंख पर चश्मा
सिनेमा खूब जाते है
घर का छोड़कर खाना
हाय खाना रे खाना
हाय रे खाना
घर का छोड़कर खाना
सदा होटल में ही खाते है
पिया रूठे मानते है
कभी घर को सजाते है
हो लाख मुसीबत हो औरत
घर को बनाती है
औरत घर को बनाती है
अब बस
कमाई तो बहुत फिर भी
कड़की हरदम रहती है
पहन कर रेश्मी जोड़ा
हमे जलवा दिखावट है
कभी जो देर से आओ सुभा
मनवा मिलावट है
नमक मिर्च वो डाले फूँक
जली रोटी खिलावट है
चले न जब चल कोई हा री
चले न जब चल कोई तो
वो बेलन दिखावट है
जेब होती है जब खली
याद बस बीवी आती है
बचत के पैसे से हरदम
उधारी वो चुकाती है
जवानी में सतावत है
भूडपे में निभाती है
पति की सेवा कर बीवी
सुखी जीवन बनती है
बुजर्गो का ये कहना है
घर तो मर्द लुटते है
हो लाख मुसीबत
हो औरत घर को बनाती है
औरत घर को बनाती है
ल ल ल ला ला ला ला ला ल
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