डूब रहा है मेरा दिल शाम से
किसको पुकारूँ तेरे नाम से
तुम जो आये देखे क्या क्या सपने ऐ ऐ
जो भी थेय लगते थे अपने
छुप गए ऐ ऐ तुम कहाँ
मेहरबान
मेहरबान
मेहरबान
डूब रहा है मरा दिल शाम से
किसको पुकारूँ तेरे नाम से
तुम बिन होगी कैसे कहानी पूरी
खो के तुम्हे लगती हूँ मैं अधूरी
छा गया अ आ चाँदी पर
धुंआ
धुंआ
धुंआ
डूब रहा है मेरा दिल शाम से
किसको पुकारूँ तेरे नाम से
तुम आओ मेहके तन में कलियाँ
तुम आओ जाएगी फिर से गालियां
फिर से हो ओ ओ दिल जवां
जाने जान
जाने जान
जाने जान
डूब रहा है मेरा दिल शाम से
किसको पुकारूँ तेरे नाम से
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