Broken Dreams

सपने टूटे है तभी सपने बने है
सपने जिए है क्यूकी सपने बड़े है
कोई नही गैर तभी अपने खड़े है
आज खुद के लिए हम खुद से लदे है
अब पिच्चे नही हॅट सकते
हम दिल के सॉफ लंबा बेर नही रख सकते
बस मुझे बेर मेरे अपने अतीत से
हम ठीक से भी बात जिसके बारे में नई कर सकते
मुझसे ना पुच्च्ो केसा कल था
मैं आज में रहके भी दिल को करता हल्का
मैं पास में रहके भी दूर काफियो से चलता
मैं दिल की कह देता ताकि गम रहे जलता
मा कहती ज़िंदगी का साथ है
गम और खुशी की साली साज़ीसें नापाक है
तू काम कर, क्यूकी तेरे सर पर इनाम है
ये ताज़ क्या ही ख़ास जिसके टॅटू बड़े आम है
वैसे बात तो सही है
जो बात का नही वो अपने बाप का नही है
जो दर के जिया वो मेरे साथ का नही है
यह राजा किसी धर्म या जात का नही है
तभी बाँट'ता नही है
किसी भी बात को
मैं अपनो के लिए खड़ा मिलू आधी रात को
मैं जागता हूँ ताकि घर वेल मेरे चैन से
सोक उत्ते और कभी ना फैलाना पड़े हाथ को
बस साथ दो
बाकी में देख लूँगा
सपनो की चादर अपने हाथों में लपेट लूँगा
और खींच के करूँगा इतनी बड़ी अगले दो साल
में एक शो का सबसे मोटा रते लूँगा
ब्लूप्रिंट्स नोस हाउ तो डील
बाद बाय्स साथ और मैं चंगा करा फील
जब स्टेज पे चढ़ु तो होती फ्लश लाइट्स ओं
किंग्सकलन जानता हैं हाउ तो मेक आ पर्फेक्ट रील
सपने टूटे है तभी सपने बने है
सपने जिए है क्यूकी सपने बड़े है
कोई नही गैर तभी अपने खड़े है
आज खुद के लिए हम खुद से लदे है
अब पिच्चे नही हॅट सकते
हम दिल के सॉफ लंबा बेर नही रख सकते
बस मुझे बेर मेरे अपने अतीत से
हम ठीक से भी बात जिसके बारे में नई कर सकते
मूह पे गाली किस बात की तमीज़ है
यह प्यार है हुमारा जो भी हुमारे अज़ीज़ है
ना बताओ कैसे चलती है ज़िंदगी
हुंसे बात करने की भी लगती फीस है
सब ईज़ हैं बस हार्ड एक ही चीज़
शी नो इट प्रीटी वेल वेन शी गेट डाउन ओं हेर नीस
वो कहती करती प्यार है पर ई डॉन'त बिलीव हेर
जो पहली बार में हो गया उसमे वाफा की क्या चीज़
मैं नही ढूंढता तू भी ना ढूनदा कर
जिन्हे भी मिलना होगा मिल जाएँगे खुद आकर
शहर है बड़ा काफ़ी रास्ते ना पूछा कर
तूने भी है खेल खेले बहुतो से च्छूपा कर
श.. लेट मे स्पेंड सम मनी
इट्स थे ओन्ली थिंग तट गॉन मेक मे युवर हनी
ई'म जस्ट आ बूओ नो इस्न'त तट फन्नी
तू जिसको जानती नही उसकी बानने चली
खैर यह सारी फालतू की बात है
नाम और नज़र की सारी साज़ीसें नापाक है
मैं काम कर रहा हू क्यूकी सर पे इन्नम है
वो प्यार क्या ही देंगी जिनकी चाहत बड़ी आम है
वैसे बात तो सही है
जो भुज ही गया वो सागा आग का नही है
जो आग का नही तो मेरे साथ का नही है
जो साथ का नही तो किसी बात का नही है
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