अगर मुझे न मिली तुम तो में ये समझूँगा
के दिल की राह से होकर ख़ुशी नहीं गुज़री
अगर मुझे न मिले तुम तो में ये समझूँगी
के सिर्फ उम्र कटी ज़िन्दगी नहीं गुज़री
ग़ज़ल का हुस्न हो तुम नज़्ब का शबाब हो तुम
सदा इ साज़ हो तुम नगमा वो रबाब हो तुम
जो दिल में सुबह जागा ये वो आफ़ताब हो तुम
वो आफ़ताब हो तुम
अगर मुझे न मिली तुम तो में ये समझूँगा
मेरे जहाँ से कोई रौशनी नहीं गुज़री
अगर मुझे न मिले तुम तो में ये समझूँगी
के सिर्फ उम्र कटी ज़िन्दगी नहीं गुज़री
आहा आहा ओहो ओहो आहा आहा आआ आआ
आहा आहा आहा आहा ओहो ओहो आआ आआ
फ़िज़ा में रंग नज़रो में जान है तुमसे
मेरे लिए ये ज़मीन आसमान है तुमसे
ख्यालो ख्वाब की दुनिया जवान है तुमसे
जवान है तुमसे
अगर मुझे न मिले तुम तो में ये समझूँगी
के ख्वाब ख्वाब रहे बेकसी नहीं गुज़री
अगर मुझे न मिली तुम तो में ये समझूँगा
के दिल की राह से होकर ख़ुशी नहीं गुज़री
बड़े यकीन से मैंने ये हाथ माँगा है
हो मेरी वफ़ा ने हमेशा का साथ माँगा है
दिलों की प्यास ने आबे हयात माँगा है
दिलों की प्यास ने आबे हयात माँगा है (दिलों की प्यास ने आबे हयात माँगा है)
अगर मुझे न मिले तुम तो में ये समझूँगी
के इन्तजार की मुद्दत अभी नहीं गुज़री
अगर मुझे न मिली तुम तो में ये समझूँगा
अगर मुझे न मिले तुम तो में ये समझूँगी
के सिर्फ उम्र कटी ज़िन्दगी नहीं गुज़री (के सिर्फ उम्र कटी ज़िन्दगी नहीं गुज़री)
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
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