Aaj Ki Awaz

आज की आवाज़
आज की आवाज़ जग ए इंसान
वक़्त कहता है वक़्त को पहचान
आज की आवाज़ जग ए इंसान
वक़्त कहता है वक़्त को पहचान
आज की आवाज़

ज़िन्दगी कितनी बेहिफज़त है
कल भी आएगा क्या जमानत है
दिन परेशान है रात है हैरान
वक़्त कहता है वक़्त को पहचान
आज की आवाज़

करके साये में अगर जवा होंगी
ये नयी नष्ले कल कहा होंगी
होश में आ जा अब तो ए नादाँ
वक़्त कहता है वक़्त को पहचान
आज की आवाज़

क्या नागर है ये कैसी बस्ती है
या तो मिटटी से जान सस्ती है
ज़िन्दगी मुस्किल मौत है आसान
वक़्त कहता है वक़्त को पहचान
आज की आवाज़

देख घर आँगन लूट नहीं जाये
प्यार के रिश्ते छूट नहीं जाए
कल बचने का आज ही कर ध्यान
वक़्त कहता है वक़्त को पहचान
आज की आवाज़ जग ए इंसान
वक़्त कहता है वक़्त को पहचान
आज की आवाज़
Log in or signup to leave a comment

NEXT ARTICLE